भारत के रक्षा मंत्री / राजनाथ सिंह 19 सितंबर को तेजस में उड़ान भरेंगे, स्वदेशी लड़ाकू विमान में सवार होने वाले पहले रक्षामंत्री

नई दिल्ली. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह बेंगलुरु में 19 सितंबर को स्वदेशी हल्के लड़ाकू विमान तेजस में उड़ान भरेंगे। सिंह तेजस के दो सीट वाले एयरक्राफ्ट में सवार होंगे। रक्षा अधिकारियों ने बताया कि यह भारतीय वायुसेना की 45वीं स्क्वॉड्रन 'फ्लाइंग ड्रैगर्स' का हिस्सा है। इसे हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड और एयरोनॉटिकल डेवलपमेंट एजेंसी ने डिजाइन और विकसित किया है।


वायुसेना ने दिसंबर 2017 में एचएएल को 83 तेजस जेट बनाने काजिम्मा सौंपा था। इसकी अनुमानित लागत50 हजार करोड़ रुपए थी। डीआरडीओ ने 21 फरवरी को बेंगलुरुमें हुए एयरो शो में इसे फाइनल ऑपरेशनल क्लीयरेंस जारी किया था। इसका आशय यह है कि यह युद्ध के लिए पूरी तरह से तैयार ।


तेजस ने पिछले सप्ताह नौसेना में शामिल होने के लिए एक बड़ा परीक्षण सफलतापूर्वक पूरा किया था। डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन और एयरोनॉटिकल डेवलपमेंट एजेंसी के अधिकारियों ने गोवा की तटीय टेस्ट फैसिलिटी में तेजस की अरेस्टेड लैंडिंग कराई थी। तेजस यह मुकाम पाने वाला देश का पहला एयरक्राफ्ट बन गया है


पांच देशों के एयरक्राफ्ट में ही यह तकनीक मौजूद
इससे पहले अमेरिका, फ्रांस, रूस, ब्रिटेन और चीन द्वारा निर्मित कुछ विमानों में ही अरेस्टेड लैंडिंग की तकनीक रही है। तेजस की अरेस्टेड लैंडिंग सफल होने के साथ ही विमान को नेवी में शामिल किए जाने का एक चरण पूरा हो गया है। इसके बाद पायलट्स को अब असल ऑपरेशनल एयरक्राफ्ट कैरियर- आईएनएस विक्रमादित्य पर लैंडिंग करके दिखाना होगा।