महानगर मुम्बई में छापों से भी नही रुक रहे है बारों में अश्लील डांस, चारवाक बार से पुलिस ने मुक्त कराई ४ महिलाएं, ३२ कर्मचारी २९ ग्राहक सहित ६१ गिरफ्तार

मुंबई के डांस बारों में होनेवाली गैरकानूनी गतिविधियों पर रोक लगाने के लिए मुंबई पुलिस द्वारा उठाए जा रहे सभी कदम फेल होते नजर आ रहे हैं। इन बारों के चलते कई पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षकों के साथ अनेक पुलिस कर्मी अभी तक सस्पेंड हो चुके है लेकिन बारों में पुलिस लगाम लगाने में असफल साबित हो रही है। हाल ही में पुलिस ने बोरिवली पूर्व के चारवाक बार पर छापा मारकर चार महिलाओंको मुक्त कराते हुए ३२ कर्मचारी और २९ ग्राहकों समेत कुल ६१ लोगों को गिरफ्तार करने में सफलता पाई है। इसके पूर्व में भी सुरसंगीत बार पर छापेमारी की गई थी जिसके चलते सिनियर पुलिस निरिक्षक और सहायक पुलिस निरिक्षक समेत २ हवलदारों को सस्पेंड होना पड़ा था इसके पहले भी ग्रांट रोड के एक बार पर एंटीनार्कोटिक्स सेल द्वारा छापेमारी हुई थी जिसके चलते वहां के पीआई को जाना पड़ा था बोरिवली पूर्व के चारवाक बार को एक राजनीतिक दल से जुड़े व्यक्ति का बताया जाता है, जिसके चलते यहा पर पुलिस कार्रवाई करने से डरती है। लेकिन स्थानिय पुलिस की गाज गिरने से यहां चलने वाली गतिविधियों का खुलासा होता है। सवाल उठता है कि जब सभी बारों में पुलिस के सिपाही तैनात किए जाते है तो यहां इस तरह के गतिविधियां कैसे जारी रह पाती है? क्या इसमें पुलिस और बारमालिकों की मिलीभगत रहती है क्या? इसमें सबसे दिलचस्प बात यह है कि अन्य बारों के सामने पुलिसिया शख्ति के चलते दिक्कत का सामना करना पड़ता है। जब कि मनमानी करने वाले बार धड़ल्ले से चलते रहते है नए नियम के अनुसार बारों में चलने वाली गतिविधियों के लिए बार चलाने वालों के साथ बार ओनर पर भी मामला दर्ज होना चाहिए तो क्या सुरसंगीत और चारवाक बार के ओनर पर भी मामला दर्ज किया गया है?