भोपाल / भेल दशहरा उत्सव में वाटर प्रूफ रावण ताकि बारिश में खराब न हो आतिशबाजी

भोपाल।  जल कर नही डूब कर मरेगा रावण -अति वारिश के चलते भेल के दशहरा उत्सव में रावण दहन को बारिश भी प्रभावित नहीं कर पाएगी। इस बार क्योंकि रावण, मेघनाद और कुंभकर्ण के पुतले वाटर प्रूफ तैयार हो रहे हैं। बीएचईएल दशहरा उत्सव समिति लगातार हो रही बारिश के चलते संशय में थी कि दशहरा के दिन बारिश हुई तो पुतलों के दहन में काफी दिक्कत होगी। इसके बाद वाटर प्रूफ पुतले बनवाने का निर्णय लिया गया। जो अब तैैैयार ।


जिसकी लागत करीब 1 लाख 20 हजार रुपए बताई है। पुतलों की कीमत में सिर्फ 8 हजार रुपए की लागत ज्यादा आ रही है। इसलिए समिति ने मेघनाद और कुंभकर्ण के पुतलों को वाटर प्रूफ बनवाने का निर्णय लिया। भेल अधिकारियों के अनुसार वाटर प्रूफ पुतले नहीं बनवाते तो बारिश में दहन होने में सन्देह था ।


यह पुतले भेल के नटराज स्टेडियम में तैयार हो रहे हैं। सात अक्टूबर को इन्हें भेल दशहरा मैदान में खड़ा कर दिया जाएगा। दशहरा उत्सव समिति मैदान में तीन स्थानों पर एलईडी स्क्रीन भी लगा रही है, जिससे लोग दूर से भी रावण, मेघनाद व कुंभकर्ण के पुतलों का यानि बुराई का अंत देख सकेंगे ।