एसबीआई / एमसीएलआर आधारित लोन की ब्याज दरों में 0.10% कमी, 1-2 साल की एफडी पर भी ब्याज घटाया

मुंबई.  बैंक एसबीआई ने सभी अवधियों के मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड बेस्ड लेंडिग रेट (एमसीएलआर) में 0.10% कटौती की जानकारी बुधवार को दी। इस कटौती के बाद एक साल की एमसीएलआर 8.15% की बजाय 8.05% हो जाएगी। नई दरें 10 अक्टूबर से लागू होंगी। यह कटौती आरबीआई के रेपो रेट से जुड़े कर्जों पर लागू नहीं होगी।


 पिछले हफ्ते रेपो रेट -0.25% घटाया था
बैंक का कहना है कि फेस्टिवल सीजन में सभी सेगमेंट के ग्राहकों को फायदा देने के लिए एमसीएलआर में कमी का फैसला लिया। एसबीआई ने चालू वित्त वर्ष में छठी बार एमसीएलआर घटाया है। आरबीआई ने पिछले हफ्ते रेपो रेट में 0.25% कटौती की थी। रेपो रेट घटने से बैंकों पर भी ब्याज दरें घटाने का दबाव बढ़ता है। रेपो रेट वह दर है जिस पर बैंक आरबीआई से कर्ज लेते हैं।


हालांकि, आरबीआई के निर्देश के बाद प्रमुख बैंक 1 अक्टूबर से ब्याज दरों को रेपो रेट से जोड़ चुके हैं। ऐसे में आरबीआई द्वारा रेपो रेट घटाने पर नए ग्राहकों को तुरंत फायदा मिलेगा। पुराने ग्राहक जिनके लोन एमसीएलआर से लिंक हैं वे चाहें तो अपना लोन रेपो रेट से लिंक करवा सकते हैं। इसके लिए बैंक में आवेदन देना पड़ेगा।


2 करोड़ रुपए तक की एफडी पर ब्याज दर में 0.10% कटौती


एक साल से दोसाल तक की अवधि के लिए एफडी (2 करोड़ रुपए तक) की ब्याज दरमें 0.10% कमी करते हुए 6.50% की बजाय 6.40% कर दी गई। एक साल से दो साल तक की 2 करोड़ रुपए से ज्यादा की एफडी पर अब 6.30% की बजाय 6% ब्याज मिलेगा। सीनियर सिटीजन से लिए दरें अलग हैं। एफडी की नई दरें 10 अक्टूबर से लागू होंगी। बैंक का कहना है कि पर्याप्त नकदी मौजूद होने की वजह से ब्याज दरें घटाने का फैसला लिया।