परिसीमन कलेक्टर ने जारी किया मसौदा, दावे-आपत्ति और सुझाव के लिए 14 तक का समय पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने इस पर कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा है कि वोट बैंक के लिए भोपाल को बांटा जा रहा है

भोपाल. नगर निगम चुनाव से पहले भोपाल शहर को दो हिस्सों में बांटकर दो नगर निगम भोपाल पुुुर्व और भोपाल पश्चचिम बनाने का ड्राफ्ट सोमवार रात कलेक्टर ने जारी कर दिया है। भोपाल ईस्ट के नाम से प्रस्तावित नई नगर निगम में 31 वार्ड होंगे। इसमें कोलार, बावड़िया, मिसरोद, बागमुगालिया, कटारा, भेल, अयोध्या नगर, भानपुर और करोंद का इलाका शामिल किया गया है।पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने इस पर कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा है कि वोट बैंक के लिए भोपाल को बांटा जा रहा है,



भोपाल वेस्ट नगर निगम में मौजूदा 85 में से 54 वार्ड शामिल होंगे। जिला प्रशासन ने प्रस्तावित ड्राफ्ट पर दावे-आपत्ति के लिए 7 दिन की समय सीमा तय की है। इसके बाद इसे मंजूरी के लिए सरकार को भेजा जाएगा। राज्यपाल की अनुमति मिलने पर ही दो निकायों के गठन की अंतिम अधिसूचना जारी होगी।यदि प्रस्ताव पारित हुआ तो भोपाल प्रदेश में पहला ऐसा शहर होगा जहां एक ही जिले में दो नगर निगम हो जाएंगी।


 नगर निगम का ड्राफ्ट तो तैयार हो गया है लेकिन पेयजल सप्लाई और कचरा खंती जैसी आपस में जुड़ी सुविधाओं और सेवाओं का बंटवारा कैसे होगा? स्मार्ट सिटी, प्रधानमंत्री आवास योजना और प्रोजेक्ट अमृत जैसी केंद्र सरकार की योजनाओं का लाभ पूरे शहर को कैसे मिलेगा? जैसे कई सवालों के जवाब अभी किसी के पास नहीं हैं।


प्रस्ताव
कांग्रेस सरकार बनने के बाद वार्ड नंबर 80 से 85 को भोपाल नगर निगम से पृथक करने की अधिसूचना जारी हुई थी। लेकिन लोकसभा चुनाव के बाद नगरीय आवास एवं विकास मंत्री जयवर्धन सिंह ने कोलार नपा गठन को नामंजूर कर दिया। इसके बाद दो नगर निगम की कवायद शुरू हुई। तीन अलग-अलग सुझावों पर चर्चा के बाद जिला कांग्रेस ने पूर्वी भोपाल और पश्चिमी भोपाल नगर निगम के गठन का प्रस्ताव दिया था।


पहले भी हुआ था विरोध
लोकसभा चुनाव के पहले कोलार के 6 वार्डों को अलग करके नपा गठित करने के लिए जारी अधिसूचना पर 100 आपत्तियां आईं थीं। इनमें से ज्यादातर ने विभाजन का विरोध किया था।महापौर आलोक शर्मा ने कहा कि मैं इस प्रस्ताव के खिलाफ हूं। ये लोकतंत्र की हत्या है। भोपाल को बांटने का विरोध करेंगे।पश्चिमी भोपाल में ये वार्डमें1 से 51 तक और 69, 70, 71 तक रहेंगे औरपूर्वी भोपाल में ये वार्ड52 से 68 तक और 72 से 85 तक होंगे। एक ही शहरी क्षेत्र में दो नगर निगम होने से सफाई, पेयजल, संसाधनों को लेकर आ सकती है परेशानी ।।